एक उग्र पत्नी का निषिद्ध प्यार एक तेजस्वी किन्नर को प्रज्वलित कर देता है। उनका जुनून एक जंगली, अंतरंग चरमोत्कर्ष में फूट जाता है, जिससे वह और अधिक के लिए तड़पने लगती है। प्रत्येक मुठभेड़ उनकी इच्छा को गहरा करती है, आनंद और वर्जित की रेखाओं को धुंधला करती है।