सौतेले पिता की तड़पती आंखें अपनी होने वाली सौतेली बहू के उभरे हुए पेट पर टिकी हुई हैं, जो दृश्य से उत्तेजित हो गई हैं। एक आकर्षक लय में सामने आते हुए, वह उसमें गहराई तक प्रवेश करता है, उनकी कराहें गूंजती हैं। उसके खुरदरे हाथ उसके उभारों को सहलाते हैं, जिसका समापन एक विस्फोटक चरमोत्कर्ष में होता है।