फ्रायड के मनोविश्लेषणात्मक सिद्धांत को छात्रावास के कमरे में आने वाली इस फिल्म में हॉट स्पिन मिलता है। एक कामुक सहपाठी उसके मनोविज्ञान के प्रमुख सहपाठी से सलाह लेती है, उसके तंग, आमंत्रित शरीर को प्रकट करने के लिए नीचे उतारती है। वह उसमें गोता लगाता है, जिससे एक मन-उड़ाने वाला, कामोत्तेजक चरमोत्कर्ष होता है।