युवा बारबरा, एक दुबली-पतली जर्मन लड़की, खुद को एक वित्तीय दुविधा में पाती है। वह आत्म-आनंद में सांत्वना चाहती है, कुशलता से अपनी उंगलियों और खिलौनों से अपने शरीर की खोज करती है। उसके तीव्र सत्र से एक विस्फोटक चरमोत्कर्ष की ओर जाता है, जिससे उसकी सांसें थम जाती हैं और वह संतुष्ट हो जाती है।