कामुक स्याही वाली लोमड़ियां आतंक के एक क्षेत्र में उतरती हैं, उनकी शारीरिक इच्छाएं निर्विवाद होती हैं। अपनी मौलिक इच्छाओं को पूरा करते हुए, वे हर भ्रष्ट आनंद में लिप्त होकर एक उत्तेजक तांडव में संलग्न होते हैं। वासना और अय्याशी की नरक में उनकी यात्रा उनके बेलगाम जुनून का एक वसीयतनामा है।