गर्लफ्रेंड से गर्मागर्म चर्चा के बाद मैं उसे अकेला पा गया.प्यार नहीं कर पाया तो मैंने अपने धड़कते हुए सदस्य को प्यार करते हुए आत्मग्लानि का सहारा लिया.जैसे जैसे तनाव बढ़ता गया उसके रसीले निप्पलों ने हामी भर दी, जिससे आत्मग्लानी का एक जंगली, लयबद्ध नृत्य होता रहा.