सूर्योदय के समय एक युवा लड़की को एक कठोर मालकिन को बेच दिया गया। सजा का इंतजार, उसकी कलाइयां बंधी हुई। चमड़े का कोड़ा फटा, उसकी पीठ लाल हो गई। एक साथी गुलाम शामिल हो गया, उनकी चीखें गूंज उठीं। एक भयंकर वर्चस्व वाला त्रिगुट सामने आया, दर्द और समर्पण का भीषण पाठ।