अपनी शादी की रात को, दुल्हन का सौतेला पिता उसकी तंग गांड को तरसते हुए अंदर घुस जाता है। जब वह उत्सुकता से उसकी घटिया प्रगति का स्वागत करती है तो उनका वर्जित रिश्ता गहरा हो जाता है, जिससे सौतेले पिता के साथ एक भावुक मुठभेड़ होती है, जिसकी वह हमेशा से गुप्त रूप से इच्छा रखती थी।